GK/GSभारत के प्रमुख शेयर बाजार (स्टॉक एक्सचेंज) | Major stock exchanges of india in 2024

भारत के प्रमुख शेयर बाजार (स्टॉक एक्सचेंज) | Major stock exchanges of india in 2024

भारत के प्रमुख शेयर बाजार (स्टॉक एक्सचेंज) | Major stock exchanges of india in 2024 – स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसी जगह है जहां व्यापारी शेयर को खरीदते और बेचते हैं। स्टॉक एक्सचेंज अक्सर शेयर बाजार का सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है। शेयरों की नीलामी व्यवस्थित रूप से की जाती है, अर्थात कुछ नियमों और विनियमों का पालन करते हुए।

स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार की जाने वाली शेयर को वहां सूचीबद्ध किया जाना चाहिए। यह IAS, UPSC, SSC, PSC या अन्य Competitive Exams 2024 परीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है।

भारत के प्रमुख शेयर बाजार (स्टॉक एक्सचेंज) | Major stock exchanges of india
भारत के प्रमुख शेयर बाजार (स्टॉक एक्सचेंज) | Major stock exchanges of india

आज के इस लेख में सिविल सेवा परीक्षा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्टॉक एक्सचेंज पर सामान्य ज्ञान जानकारी शेयर किया गया है।

सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त 23 स्टॉक एक्सचेंज स्टॉक एक्सचेंज | 23 Stock Exchanges Stock Exchanges Recognized by SEBI

भारत में सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त 23 स्टाक एक्सचेंज हैं। इनमें से 5 राष्ट्रीय प्रकृति के हैं, और 18 प्रादेशिक प्रकृति के हैं।

क्र. सं.स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange)मुख्यालय (Headquarters)
1.राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंजमुंबई
2.मुंबई स्टॉक एक्सचेंजमुंबई
3.ओवर दी काउण्टर एक्सचेंज आफ इंडिया (OTCEI)मुंबई
4.मेरठ स्टॉक एक्सचेंजमेरठ
5.उत्तर प्रदेश स्टॉक एक्सचेंजकानपुर
6.कोयंबटूर स्टॉक एक्सचेंजकोयम्बटूर
7.बड़ौदा स्टॉक एक्सचेंजबड़ौदा
8.कोचीन स्टॉक एक्सचेंजकोचीन
9.कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंजकोलकाता
10.बंगलौर स्टॉक एक्सचेंजबंगलौर
11.अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंजअहमदाबाद
12.भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंजभुवनेश्वर
13.जयपुर स्टॉक एक्सचेंजजयपुर
14.दिल्ली स्टॉक एक्सचेंजदिल्ली
15.गुवाहाटी स्टॉक एक्सचेंजगुवाहाटी
16.कनारा स्टॉक एक्सचेंजमंगलौर
17.हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंजहैदराबाद
18.लुधियाना स्टॉक एक्सचेंजलुधियाना
19.चेन्नई स्टॉक एक्सचेंजचेन्नई
20.मगध स्टॉक एक्सचेंजपटना
21.मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंजइन्दौर
22.पुणे स्टॉक एक्सचेंजपुणे
23.कैपिटल स्टॉक एक्सचेंज केरला लि.तिरूअनन्तपुरम

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE):-

बंबई स्टाक एक्सचेंज की स्थापना 1875 में हुई थी । 2005 से यह पब्लिक लिमिटेड कंपनी के रूप में परिवर्तित हो गया। बाजार पूंजीकरण के आधार पर यह विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा शेयर बाजार है। वर्तमान में 4800 से भी अधिक कंपनियाँ इसमें पंजीकृत है। वर्तमान में BSE से संबद्ध चार शेयर सूचकांक हैं-

Bombay Stock Exchange (BSE)

(सेंसेक्स Sensesx)BSE-200BSE – 500राष्ट्रीय सूचकांक
यह BSE का सवेदी सूचकांक है, जिसमें 30 कंपनियाँ अधिसूचित है। इसे बाजार का प्रतिनिधि सूचकांक माना जाता है।इसमें 200 कंपनियों अधिसूचित हैं। विदेशी निवेशकों के लिए इसका अमरीकी डालर रूपान्तरण भी है जिसे डॉलेक्स (Dollex) कहते हैं।यह BSE का सबसे बड़ा आधार वाला सूचकांक हैं। इसमें सबसे अधिक भार सूचना तकनीक को दिया गया है।इसमें 100 कंपनियाँ शामिल हैं (सेंसेक्स की 30 कंपनियों सहित )। इसे BSE नेशनल इंडेक्स भी कहा जाता है।

राष्ट्रीय शेयर बाजार (NSE):

राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना फेरवानी समिति की सिफारिश पर 1992 में मुंबई में हुई थी । IDBI इसका मुख्य प्रवर्तक है और IDBI के अतिरिक्त LIC ओर GIC इसके प्रायोजक हैं। इसके दो सूचकांक हैं

(i) S&P CNX – 50 और

(ii) S&P CNX – 500

स्टॉक एक्सचेंज में 49% तक विदेशी निवेश की अनुमति है। इसमें विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) अधिकतम 26% और संस्थागत विदेशी निवेश ( FII) 23% तक हो सकता है।

ओ. टी. सी. ई. आई (OTCEI):

ओवर द काउण्टर स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1992 में की गयी थी। लघु व मध्यम औद्योगिक इकाइयों के एक्सचेंज के रूप में, भारत के इस प्रथम पूर्ण कंप्यूटरीकृत स्टॉक एक्सचेंज के प्रवर्तक UTI, SBI कैप, ICICI हैं। देश का सबसे पहला कागजरहित शेयर कारोबार इसी स्टॉक एक्सचेंज में सम्पन्न हुआ।

रेसीडेक्स (RESIDEX):

राष्ट्रीय आवास बैंक ने 2007 में देश के भूमि मूल्यों में होने वाले उतार चढ़ाव पर निगरानी रखने के लिए यह सूचकांक जारी किया।

विश्व के प्रसिद्ध शेयर बाजार | World Famous Stock Market

क्र. सं.शेयर मूल्य का सूचकांक स्टॉक एक्सचेंज
1.डो जोन्स (Dow Jones)न्यूयॉर्क (Newyork)
2.निक्की (Nikkei)टोकियो (Tokyo)
3.नास्डेक (Nasdaq)अमेरिका (America)
4.बोवेस्पा (BOVESPA)ब्राजील (Brazil)
5.IBXब्राजील (Brazil)
6.हांग सेंग (Hang Seng)हांग कांग (Hong Kong)
7.सिमेक्स (Simex), स्ट्रेट्स टाइम्स (Straits Times)सिंगापुर (Singapore)
8.कोस्पी (Kospi)कोरिया (Korea)
9.मिब्टेल (MIBTel)इटली (Italy)
10.KLSE कम्पोजिटमलेशिया
11.शंघाई कॉम (Shanghai Com)चीन (China)
12.मिड डेक्स (Middax)जर्मनी (Germany)
13.सेट (Set)थाईलैंड (Thailand)
14.तेन (TAIEN)ताइवान (Taiwan)
15.एस. एण्ड पी. (S&P)कनाडा (Canada)
16.आई.पी.सी. (I.P.C)मैक्सिको (Mexico)
17.FISE – 100लंदन (London)
18.जर्काता कम्पोजिटइंडोनेशिया (Indonesia)
19.सियोल कम्पोजिटदक्षिण कोरिया (South Korea)

वायदा कारोबार (Commodity Market)

वायदा कारोबार में खाद्य तेलों और प्रमुख अनाजों का भाव आनलाइन उद्धरित होता है। कमोडिटी बाजार में कारोबार के लिए कमोडिटी एक्सचेंजों की स्थापना की गयी है। वर्तमान में भारत में 4 कमोडिटी एक्सचेंज है-

  1. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) : मुंबई
  2. नेशनल कमोडिटी एण्ड डेरीवेटिवस् एक्सचेंज (NCDEX) : मुंबई
  3. नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (NMCE) : अहमदाबाद
  4. इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX) : मुंबई

जरूर पढ़ें:- Most Important Know 7 Difference Between Sensex and Nifty – सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर क्या है?

एस.एम.ई. एक्सचेंज

यह लघु और मध्यम उद्यमों को समर्पित एक्सचेंज है। मार्च 2012 में NSE और BSE ने अपने-अपने एस. एम. ई. एक्सचेंज की स्थापना की जिनका नाम है इमर्ज (NSE) और बी. एस. ई.एस.एम.ई. (BSE) |

सेबी (SEBI)

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI). इंडिया एक्ट 1992 के प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के प्रावधानों के अनुसार 12 अप्रैल 1988 को स्थापित किया गया था। सेबी के बुनियादी कार्य इस प्रकार हैं –

  • प्रतिभूतियों में निवेशकों के हितों की रक्षा करना।
  • प्रतिभूतियों में निवेशकों के विकास को बढ़ावा देना।
  • प्रतिभूति बाजार को विनियमित करना।
  • सेबी (संशोधन) अधिनियम 2002 के द्वारा सेबी इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए 25 करोड़ तक का जुर्माना लगा सकती है।
  • शेयर बाजार को मान्यता प्रदान करना।

शेयर बाजार की महत्वपूर्ण शब्दावलियाँ | Important Glossary of Stock Market

शब्दावलिपरिभाषा
स्वेट शेयर (Sweat Share):कंपनी द्वारा अपने उच्च स्तरीय कर्मियों को बिना किसी शुल्क के शेयर उपलब्ध कराना।
बोनस शेयर (Bonus Share):ये शेयर किसी कंपनी द्वारा अपने पुराने शेयर धारकों को मुफ्त में दिये जाते हैं। इन्हें स्क्रिप शेयर भी कहते हैं।
आई. पी. ओ. (IPO):जब कोई कंपनी अपने शेयरों की बिक्री आम जनता के लिए पहली बार करती है तो उसे प्रारंभिक आम निर्गम (Initial Public Offer) कहा जाता है।
मंदड़िया एवं तेजड़िया (Bear and Bull):मंदड़िया वह व्यक्ति हैं जो आने वाले समय में मूल्य में गिरावट की सोच के कारण अपने शेयर बेचकर लाभ अर्जित करता है। मंदड़िया के सक्रिय होने से शेयर सूचकांक नीचे गिरता है।

तेजड़िया वह व्यक्ति है, जो भविष्य में शेयर मूल्यों में होने वाली वृद्धि की सोच के साथ उन्हें वर्तमान में सस्ते मूल्य पर खरीद लेता है। तेजड़िया के सक्रिय होने से शेयर बाजार तेजी से ऊपर चढ़ने लगता है।
बदला (Badla):जब किसी स्टॉक कारोबार में विलंबन की मांग, स्टॉक के खरीददार द्वारा की जाती है तो उसे बदला कहते हैं।
रॉलिंग सेटलमेंट (Rolling Settlement):सेबी द्वारा यह बदला के स्थान पर लाया गया। इस व्यवस्था के अंतर्गत कारोबार का निपटारा अधिकतम 5 दिनों (T+5) के अंदर हो जाना चाहिए। वर्तमान में यह T+2 है।

लोक निर्गम (Public Issue):- जब प्राथमिक बाजार में शेयर बेचकर पूंजी उगाही जाती है जिसमें सभी भारतीय नागरिक को शेयर खरीदने की अनुमति होती है, तो वह लोक निर्गम कहलाता है।

अधिकार निर्गम (Rights Issue):- इस निर्गम में कंपनी अपने पहले से विद्यमान शेयर धारकों को शेयर बेचकर पूंजी की उगाही करती है।

मुद्रास्फीति (Inflation)

मुद्रास्फीति मूल्य स्तरों में होने वाली सतत् वृद्धि को कहते हैं।

मुद्रास्फीति के कारण

मुद्रास्फीति के कारकों को दो भागों में बांटा जाता है

  1. माँग-जनित मुद्रास्फीति : यह मुद्रास्फीति उत्पादों की मांग और आपूर्ति में असंतुलन के कारण होती है। उदाहरण: जनसंख्या वृद्धि, काला धन, मुद्रा की पूर्ति में बढ़ोतरी, विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी, आमदनी में वृद्धि आदि ।
  2. लागत-जनित मुद्रास्फीति : यह मुद्रास्फीति उत्पादों का उत्पादन मूल्य बढ़ने के कारण होती है।

उदाहरण: अप्रत्यक्ष करों में बढ़ोतरी, कच्चे माल या मजदूरी में वृद्धि, आयातित कच्चे माल के आयात शुल्क में बढ़ोतरी, परिवहन, बिजली आदि के मूल्यों में वृद्धि आदि ।

मुद्रास्फीति की गणना (Calculation of Inflation)

मुद्रास्फीति की गणना दो प्रकार से की जाती है-

  1. थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index: WPI एक मूल्य सूचकांक है जो कुछ चुनी हुई वस्तुओं के सामूहिक औसत मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है। अप्रैल 2017 से इस सूचकांक का आधार वर्ष 2011-12 कर दिया है।
  2. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (consumer price index): केंद्रीय सांख्यिकी हाल है कार्यालय द्वारा जनवरी 2011 में नया उपभोक्ता मूल्य सूचकांक शुरू किया गया है,  जिसका आधार वर्ष 2010 माना गया है।

नया WPI

कुल शामिल वस्तुएं = 697

प्राथमिक इर्धन एवं विधुत संवर्ग की विनिर्मित
वस्तुएं =117 वस्तुएं =16 वस्तुएं =564
भार = 22.62 भार = 13.15भार = 64.23

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